हरियाणा में बीजेपी की नई सरकार के साथ अफसरशाही में संभावित बदलाव
चुनाव के बाद वरिष्ठ अधिकारियों में नए पदों के लिए लॉबिंग का दौर तेज
हरियाणा में बीजेपी सरकार बनाने की तैयारी में है, जिससे अफसरशाही में नए चेहरों की एंट्री और पदों में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है।
हरियाणा में बीजेपी जहां सरकार बनाने की तैयारी में लगी है, वहीं अफसरशाही मलाइदार पोस्ट के लिए लॉबिंग में जुटी हुई है। चुनाव के दौरान कार्यकारी सीएम नायब सैनी और अन्य वरिष्ठ नेताओं द्वारा अफसरों की लगाम कसने की बातें की गई थीं, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि कुछ टॉप अफसरों के पर कतरे जा सकते हैं। प्रदेश में मुख्य सचिव और सीएम के प्रधान सचिव के पदों पर नई नियुक्तियों की उम्मीद जताई जा रही है, और इसके लिए अधिकारी अभी से जोड़-तोड़ में लगे हैं।
बीजेपी को बहुमत मिलने के बाद 17 अक्टूबर को सीएम का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने जा रहा है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में नए चेहरों को एंट्री मिलेगी। प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी अपने नाम को फिट करने के लिए प्रयासरत हैं। कुछ अधिकारी तो RSS मुख्यालय तक संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं कई गुजरात लॉबी के संपर्क में हैं। चर्चा यह भी है कि नई सरकार बनते ही अफसरशाही में बड़े बदलाव होंगे, जिसमें मुख्य सचिव और सीएम के प्रधान सचिव के पद पर नई नियुक्ति शामिल है।
बीजेपी की सरकार बनती देख कुछ अधिकारी भविष्य को लेकर चिंतित हैं। ये वही अधिकारी हैं, जिन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव के रुझान को देखते हुए पलटी मारने की कोशिश की थी। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा इन अधिकारियों को चेतावनी देने वाले बयान भी दिए गए हैं। कार्यकारी सीएम नायब सैनी ने खुद कहा है कि लापरवाह अफसरों की लगाम कसने का काम किया जाएगा, जिससे साफ है कि कुछ आईएएस-एचसीएस और आईपीएस-एचपीएस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
इस बीच, 1988 बैच के आईएएस अधिकारी एवं मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद 31 अक्टूबर को रिटायर होने जा रहे हैं। एक लॉबी उन्हें एक्सटेंशन दिलाने के प्रयास कर रही है, जबकि अन्य अधिकारी उनकी कुर्सी पर नजर गड़ाए हुए हैं।