डीएसपी गुरशेर सिंह संधू की खुली पोल, खुद शिकायत डलवाकर करता था खेल, एफआईआर दर्ज

जिस खासमखास बलजिंदर सिंह टाला से करवाता था मासूम लोगों के खिलाफ शिकायतें, उसी ने खोली पाोल

डीएसपी गुरशेर सिंह संधू की खुली पोल, खुद शिकायत डलवाकर करता था खेल, एफआईआर दर्ज

पूर्व डीएसपी गुरशेर सिंह संधू पर भोले-भाले लोगों से जमीनें हड़पने और जबरन वसूली करने का आरोप है।

संजीव महाजन.चंडीगढ़: कस्टडी में गैंगस्टर लारेंस बिश्ननोई की इंटरव्यू करवाने में संदिग्ध चल रहे पूर्व डीएसपी क्राइम गुरशेर सिंह संधू की पोल खुलनी शुरू हो गई है। उसके खिलाफ स्टेट क्राइम पुलिस स्टेशन मोहाली में एफआईआर नंबर 33,आईपीसी की धारा 417,465,467,468,471 और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 13/2 दर्ज हुई है।

जिसमें बताया गया है कि गुरशेर सिंह संधू ने मोहाली तैनाती के दौरान उन भोले भाले लोगों को तलाशता था,जो पुलिस से आसानी से डर जाए। इसके लिए इसने अपने खासमखास बलजिंदर सिंह उर्फ टाला को साजिश में मिलाया और उनके खिलाफ शिकायतें करवाता रहा। इसके बाद इन शिकायतों में उन लोगों को बुलाता,उनकी जमीने बेहद सस्ते दामों पर दूसरों के नाम पर ले लेता था,पैसे भी वसूलता और कांप्रोमाइज दिखाकर कंप्लेंट फाइल कर देता। लाखों रुपये इसमें मासूम लोगों पर दबाव डालकर वसूले गए। पैसों का लेन देन इतना हो गया,कि अब खुद गुरशेर सिंह संधू से उनके खासमखास बलजिंदर सिंह उर्फ टाला को ही डर लगने लगा कि इस लेन देन में अब डीएसपी गुरशेर सिंह संधू कहीं उन्हें ही न फंसा दे और पैसों की खातिर उसे मरवा न दे।

इस पर बलजिंदर सिंह टाला ने लाइफ एंड लिबरटी के तहत पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जिस पर उसने आरोप लगाए कि डीएसपी गुरशेर सिंह संधू उससे अलग अलग शिकायतें प्रापर्टी डिस्पयूट की लोगों के खिलाफ करवाता रहा और उनसे पैसे वसूलकर कांप्रोमाइज दिखाकर फाइल करवाता रहा। विजिलेंस अलग से मामले की जांच कर रही है और इतना ही नहीं अब अफसरों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कैसे बलजिंदर सिंह की शिकायत जो सारी प्रापर्टी विवादों से जुडी थी,वह गुरशेर को ही मार्क होती रही। कैसे आखिर गुरशेर सिंह उन शिकायतों को यह कहकर फाइल करवाता रहा कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया हैं और कैसे अफसर भी चुपचाप डीएसपी गुरशेर की रिपोर्ट पर  सहमति देकर शिकायतें फाइल करते रहे।

इतना ही नहीं आरोप सेक्टर 71 की एक आलिशान कोठी को लेकर भी लगा है,जिसमें कहा गया है कि यह कोठी गुरशेर ने किसी दूसरे के नाम  पर डेढ़ करोड़ की खरीदी और आगे 5 करोड़ में बेच दी। हालांकि यह सिर्फ आरोप ही हैं।

डीआईजी रैंक के अफसर की जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि बलजिंदर सिंह के आरोप सही हैं और वह डीएसपी गुरशेर सिंह का खासमखास था। गुरशेर के कहने पर ही वह लोगों के खिलाफ शिकायतें करता था और आगे कार्रवाई होती रही। लोगों को गुरशेर बतौर आरोपी बुलाता, उन पर दबाव डालता और मोटी कीमत लेकर शिकायतों को फाइल कर देता। इसी रिपोर्ट के आधार पर डीएसपी गुरशेर सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई है और मामले में किसी दूसरे को आरोपी नहीं बनाया गया है। हालांकि आरोप गुरशेर के अधीन काम करने वाले कर्मियों पर भी लगे थे। सूत्रों की माने तो इन कर्मियों को सरकारी गवाह बनाया जा सकता है।

ये शिकायतें बलजिंदर सिंह टाला से कर्रवाई डीएसपी गुरशेर ने…

  • गोबिंदगढ़ निवासी अशोक कुमार और सामो देवी के खिलाफ बलजिंदर ने शिकायत दी कहा कि इन्होंने 10 मरले का प्लाट कब्जा कर रखा है किसी राजीव कुमार का और राजीव कुमार ने इस प्लॅाट की पावर ऑफ अटार्नी कर रखी है बलजिंदर सिंह उर्फ टाला के खिलाफ।
  • लजिंदर ने पंचकूला के अनुज गोयल के खिलाफ शिकायत की कहा कि मोहाली के गांव दाऊ साहिब में बलजिंदर ने किसी अशोक गोयल से 2 कनाल जमीन खरीदी है और अनुज इस जमीन पर अपना मालिकाना हक क्लेम कर रहा है।
  • अगली शिकायत कपूरथला के परविंदरजीत की तरफ से दी गई। जिसकी पैरवी का जिम्मा बलजिंदर सिंह के पास था,चूंकि परविंदरजीत कनाडा का रहने वाला है। इसमें मुल्लापुर के न्यू चंडीगढ़ में मशहूर हाउसिंग प्रोजेक्ट कंपनी मनोहर सिंह एंड कंपनी के खिलाफ दी गई। इसमें आरोपी तरनिंदर सिंह को बनाया गया। इसमें कहा गया कि 18 लाख रुपये इन्होंने प्लॉट का टोकन लिया और प्लाट नहीं दिया। इसमें आरोप है कि दबाव बनाकर तरनिंदर से 50 लाख मांगे गए। हैरानी यह कि तरनिंदर सिंह भी बलजिंदर सिंह उर्फ टाला का दोस्त था।
  • अगली शिकायत बलजिंदर सिंह टाला ने जालंधर के कमलजीत के खिलाफ दी। जिसमें कहा कि बलजिंदर के बेटे को पंजाब में तहसीलदार लगाने के लिए कमलजीत ने 80 लाख रुपये ले लिए।

डीएसपी की सगी बहन के अकाउंट में हुई पैसों की ट्रांजेक्शन…

इंवेस्टीगेशन में सामने आया कि बलजिंदर से व अन्य प्रापर्टी मैटर से संबंधित पैसों की ट्रांजेक्शन डीएसपी गुरशेर सिंह संधू की सगी बहन नवदीप संधू के अकाउंट में भी हुई। जिसका सारा रिकार्ड इंवेस्टीगेशन के दौरान जब्त किया गया है। इसमें लाखों की ट्रांजेक्श्न सामने आई है।

मुझे डीएसपी गुरशेर सिंह से जान का खतरा है। पैसों के खातिर झूठी शिकायतें करवाकर वह लोगों को फंसाता रहा,कल को मुझे भी फंसा देगा या जानी नुक्सान पहुंचा देगा। इसलिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। बलजिंदर सिंह टाला, शिकायतकर्ता।

मेरे खिलाफ सभी आरोप झूठे और बेबुनियान है। कोई ट्रांजेक्शन मेरी बहन के अकाउंट में नहीं हुई है। मुझे नहीं पता कि मेरे खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज हुई है। मैं तो अमृतसर में अपनी ड्यूटी पर ही तैनात हूं। बलजिदंर के आरोप बेबुनियाद है और मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। गुरशेर सिंह संधू, डीएसपी।

Edited By: Khushi Aggarwal

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