चंडीगढ़ PGI में हॉस्पिटल अटेंडेंट्स की हड़ताल, सेवाओं पर पड़ा भारी असर

समान काम और समान वेतन की मांग को लेकर अटेंडेंट्स ने किया प्रदर्शन

चंडीगढ़ PGI में हॉस्पिटल अटेंडेंट्स की हड़ताल, सेवाओं पर पड़ा भारी असर

चंडीगढ़ के पीजीआई में हॉस्पिटल अटेंडेंट्स की हड़ताल ने ओपीडी सेवाओं को ठप कर दिया है, जिसके चलते मरीजों को लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है और प्रशासन ने सभी इलेक्टिव सर्जरी रद्द कर दी हैं।

चंडीगढ़, 11 अक्टूबर: पीजीआई चंडीगढ़ में हॉस्पिटल अटेंडेंट्स की हड़ताल ने अस्पताल की सेवाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है। कर्मचारियों ने समान काम और समान वेतन के आदेशों के बावजूद बकाया भुगतान न मिलने के विरोध में हड़ताल की है। हॉस्पिटल अटेंडेंट यूनियन ने प्रशासन की वादाखिलाफी को लेकर शुक्रवार को भी हड़ताल जारी रखी।

हड़ताल के चलते ओपीडी सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे मरीजों को रिपोर्ट्स लेने और जांच कराने के लिए घंटों लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है। डॉक्टरों को मजबूरन मरीजों को खुद बुलाकर इलाज करना पड़ रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पीजीआई प्रशासन ने सभी इलेक्टिव सर्जरी रद्द कर दी हैं और नए मरीजों के एडमिशन पर भी रोक लगा दी है।

PGI के 1600 कॉन्ट्रैक्ट हॉस्पिटल अटेंडेंट्स का आरोप है कि उनका 2018 से 2024 तक का बकाया भुगतान नहीं किया गया है। कोर्ट के आदेश के बावजूद उन्हें 2 से 3 लाख रुपए तक का एरियर अभी तक नहीं मिला है। कर्मचारी पिछले 8 महीनों से पीजीआई प्रशासन से अपनी मांगें रख रहे हैं, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है।

हड़ताल के कारण अस्पताल के बाहर मरीजों की लंबी लाइनें देखी गईं। पीजीआई प्रशासन ने कुछ वॉलंटियर्स और सारथी प्रोजेक्ट के तहत कॉलेज के छात्रों को सहायता के लिए लगाया, लेकिन इसके बावजूद मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

एचएयू के अध्यक्ष राजेश चौहान और ऑल कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष विक्रमजीत सिंह ने प्रशासन पर बकाया भुगतान न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि लगभग 20 दिन पहले ही प्रशासन को चेतावनी दी गई थी कि अगर 10 अक्टूबर तक उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे।

अब तक प्रशासन से कोई लिखित आश्वासन न मिलने के कारण हड़ताल जारी रहेगी। यूनियन ने स्पष्ट किया कि यदि हड़ताल के कारण किसी मरीज की जान को खतरा होता है, तो इसके लिए पीजीआई प्रशासन जिम्मेदार होगा। इस बीच, चंडीगढ़ और पंजाब के अन्य अस्पतालों से गंभीर मरीजों को पीजीआई रेफर न करने की अपील की गई है, ताकि स्थिति और न बिगड़े। 

Edited By: Khushi Aggarwal

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