15 साल की हो सकती है जेल
ऑस्ट्रेलिया का एक स्पर्म डोनर फर्जी नामों से स्पर्म डोनेट करके एक दो नहीं बल्कि 60 से ज्यादा बच्चों का पिता बन गया। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब एक अभिभावक मिलन समारोह में पहुंचे माता-पिता के बच्चे एक दूसरे जैसे दिख रहे थे। स्पर्म डोनर के कस्टमर जब मिलन समारोह में मिले तो यह देखकर हैरान रह गए कि उनके बच्चे दूसरे बच्चों की तरह ही नजर आ रहे थे। इसके बाद माता-पिता ने पूरे ऑस्ट्रेलिया में आईवीएफ क्लीनिकों से संपर्क करना शुरू कर दिया। जिसके बाद स्पर्म डोनर के फर्जीवाड़े का पता चला। हालांकि स्पर्म डोनर का नाम उजागर नहीं किया गया है। उसने अलग-अलग नामों से एलजीबीटीक्यू+ समुदाय को स्पर्म डोनेट किए। फर्टिलिटी फर्स्ट की डॉ ऐनी क्लार्क ने न्यूज कॉर्प को बताया कि वह व्यक्ति केवल एक बार उनके क्लिनिक में गया था। हालांकि, उसने कहा कि डोनर ने फेसबुक समूहों सहित कई अनौपचारिक चैनलों के माध्यम से अपनी सेवाओं का विज्ञापन किया। ऐसे करने के पीछे उसका लालच था। स्पर्म डोनेशन के बदले उसे गिफ्ट और वेकेशन मिलते थे। डॉक्टर ऐनी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में यह कानून जुर्म है।
ऑस्ट्रेलिया में ह्यूमन टिश्यू एक्ट के तहत किसी भी अन्य व्यक्ति को ऑर्गेन डोनेट करने के बदले गिफ्ट लेना या रुपए लेना जुर्म होता है। स्पर्म के बदले गिफ्ट देना यहां पर बैन है। इस अपराध में अधिकतम 15 साल की जेल हो सकती है। फिर भी, ऑनलाइन चर्चा समूहों के परिणामस्वरूप देश में अनौपचारिक दान बढ़ रहे हैं जो बिना बच्चों वाले लोगों को दाताओं से जोड़ते हैं।
यूके में है समान नियम
यूके में मानव निषेचन और भ्रूणविज्ञान प्राधिकरण (एचएफईए) के अनुसार, स्पर्म डोनर अपने डोनेशन के बदले मेहनताना लेता हो अवैध होता है। एक डोनर को सिर्फ क्लिनिक तक जाने के लिए अधिकतम 35 पाउंड (3,480 रुपये) दिए जाते हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि एक व्यक्ति का स्पर्म डोनेशन अधिकतम 10 परिवारों को ही दिया जा सकता है। हालांकि, एक परिवार में पैदा होने वाले बच्चों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है।