हरियाणा विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा को बड़ा झटका, पूर्व सांसद अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल

महेंद्रगढ़ रैली में राहुल गांधी की मौजूदगी में अशोक तंवर ने की कांग्रेस में वापसी

हरियाणा विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा को बड़ा झटका, पूर्व सांसद अशोक तंवर कांग्रेस में शामिल

8 महीने पहले भाजपा में शामिल हुए अशोक तंवर ने फिर से कांग्रेस का दामन थामा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्‌डा के साथ उनके पुराने मतभेदों के बावजूद, तंवर ने कांग्रेस में वापसी की है।

हरियाणा विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि पूर्व सांसद अशोक तंवर ने कांग्रेस में वापसी की है। महेंद्रगढ़ में आयोजित एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने उन्हें पार्टी में शामिल करवाया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्‌डा भी मौजूद थे। कांग्रेस में वापसी के दौरान अशोक तंवर ने भूपेंद्र हुड्‌डा को दूर से ही नमस्ते की। गौरतलब है कि पांच साल पहले हुड्‌डा के साथ मतभेदों के चलते ही तंवर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था।

अशोक तंवर ने लगभग 8 महीने पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा था। उस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तंवर को अपना भांजा बताया था। बीजेपी ने उन्हें सिरसा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस की कुमारी सैलजा से हुआ। सैलजा ने तंवर को 2,68,497 वोटों से हराया था। इससे पहले, तंवर 4 अप्रैल 2022 को AAP में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने 22 महीने बिताने के बाद पार्टी को अलविदा कह दिया था। इसके पहले वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में भी रह चुके थे।

अशोक तंवर का कांग्रेस से अलगाव 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले हुआ था, जब टिकट बंटवारे के विवाद के चलते उन्होंने 5 अक्टूबर 2019 को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उस समय तंवर ने कांग्रेस पर 5 करोड़ रुपये में टिकट बेचने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्होंने अपना दल बनाया, लेकिन उसे ज्यादा सफलता नहीं मिली।

कांग्रेस छोड़ने के बाद तंवर ने टीएमसी का दामन थामा, लेकिन सालभर बाद ही वहां से भी मोहभंग हो गया और वे 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। दो साल तक AAP में रहने के बाद उन्होंने पार्टी को छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली, लेकिन वहां भी उनका ज्यादा समय नहीं बीता और अब उन्होंने कांग्रेस में वापसी कर ली है।

अशोक तंवर की राजनीतिक यात्रा को देखकर लगता है कि वे एक स्थायी राजनीतिक ठिकाना नहीं ढूंढ पाए हैं। कांग्रेस में उनकी वापसी पार्टी के लिए एक अहम कदम हो सकता है, खासकर चुनावी माहौल में। अब देखना होगा कि अशोक तंवर की वापसी कांग्रेस के लिए कितना फायदेमंद साबित होती है और भाजपा उनके जाने से किस तरह निपटती है।

Edited By: Khushi Aggarwal

Latest News

वीवीआईपी दौरे पर 18 अक्टूबर को ट्रैफिक रूट बदले जाएंगे, चंडीगढ़ पुलिस की जनता से अपील वीवीआईपी दौरे पर 18 अक्टूबर को ट्रैफिक रूट बदले जाएंगे, चंडीगढ़ पुलिस की जनता से अपील
नायब सिंह सैनी ने ली हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ, भव्य समारोह में पीएम मोदी रहे मौजूद
मोहाली के बाकरपुर गांव में हवाई फायरिंग से दहशत का माहौल
पीजीआई की हड़ताल समाप्त करने का हाईकोर्ट का आदेश, आवश्यक सेवाओं की सुरक्षा पर जोर
चंडीगढ़ रेलवे ने दिवाली और छठ पूजा के लिए शुरू की विशेष त्योहार ट्रेनें
चंडीगढ़ में वर्ल्ड वीजा एडवाइजर्स के खिलाफ 40 लाख रुपये की ठगी का मामला
सेक्टर 55 में कार ने बाइक सवार को मारी टक्कर
चंडीगढ़ में ट्रैफिक पुलिस के साथ दुर्व्यवहार का मामला दर्ज
मौली जागरां में युवक पर चाकू से हमला, तीन आरोपी फरार
चंडीगढ़ में महिला के साथ चेन स्नैचिंग की वारदात
सेवामुक्त होने की तारीख से मिले पेंशन का लाभ: हाईकोर्ट
लारेंस बिश्नोई के खिलाफ वसूली का केस साबित नहीं कर पाई मोहाली पुलिस, कोर्ट में पेश की अनट्रेस रिपोर्ट