हैती में गैंगवार का कहर: 70 से ज्यादा लोगों की मौत, 50 से अधिक घायल
महिलाओं और बच्चों सहित 70 से अधिक लोगों की मौत, 3,000 लोग घर छोड़ने को मजबूर
कैरेबियाई देश हैती के पोंट-सॉन्डे शहर में हुए भीषण गैंगवार में 70 से ज्यादा लोगों की जान गई। इस संघर्ष के चलते 3,000 से अधिक लोग घर छोड़ने पर मजबूर हो गए, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
कैरेबियाई देश हैती के मध्य क्षेत्र में स्थित पोंट-सॉन्डे शहर में गुरुवार की सुबह एक भीषण गैंगवार हुआ, जिसमें 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 10 महिलाएं और 3 बच्चे भी शामिल हैं। इस हमले में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिनमें 16 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद 3,000 से अधिक लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए अपने घरों को छोड़ दिया है।
यह हमला स्थानीय समयानुसार सुबह 3 बजे हुआ, जो राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस से लगभग 60 मील की दूरी पर स्थित है। यूनाइटेड नेशंस के अनुसार, इस हमले को ग्रैन ग्रिफ नामक गैंग ने अंजाम दिया। इस दौरान उनकी पुलिस से भी गोलीबारी हुई, जिसमें गैंग के दो सदस्य घायल हो गए। गैंग ने इस हमले के दौरान 45 से ज्यादा घरों और 34 गाड़ियों में आग लगा दी, जिससे लोग दहशत में आकर घर छोड़ने को मजबूर हो गए।
दरअसल, हैती में लगभग 150 से अधिक गैंग्स सक्रिय हैं, जो राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर कब्जे के लिए एक-दूसरे से लगातार संघर्ष कर रहे हैं। सड़कों पर खून-खराबा और हिंसा आम हो चुकी है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
हैती के प्रधानमंत्री गैरी कोनीले ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा, "निर्दोष महिलाओं, पुरुषों और बच्चों पर किया गया यह अपराध न केवल पीड़ितों पर हमला है, बल्कि पूरे हैती पर हमला है।" प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से सुरक्षा और आर्थिक सहायता की अपील की है, ताकि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके।
हैती के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सुरक्षा स्थिति इतनी खराब है कि लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य आवश्यक मदद पहुंचाना मुश्किल हो गया है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के संसाधनों का इस्तेमाल करके राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इलाके तक पहुंचने में काफी दिक्कतें आ रही हैं।
गौरतलब है कि हैती की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई देशों ने मदद का वादा किया था। इसके तहत अब तक करीब 400 सैनिक हैती पहुंचे हैं, जिनमें से ज्यादातर केन्या से आए हैं।
हैती के प्रधानमंत्री ने पिछले महीने चेतावनी दी थी कि अगर जल्द ही संयुक्त राष्ट्र ने अपने वादों को पूरा नहीं किया, तो स्थिति पूरी तरह नियंत्रण से बाहर हो सकती है। वर्तमान में, देश की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सहायता की सख्त आवश्यकता है।