लॉरेंस बिश्नोई ने कैसे खड़ा किया गैंग?
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में उनके बेटे के ऑफिस के बाहर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज हत्या की जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है, जिससे एक बार फिर मुंबई में गैंगवार की आशंका बढ़ गई है।
लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, लेकिन उसकी गैंग लगातार सक्रिय है। बिश्नोई ने एक धमकी भरे बयान में कहा है कि सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करने वालों को "अपना हिसाब-किताब साफ रखना चाहिए।" पुलिस को शक है कि सिद्दीकी की हत्या उनकी सलमान खान से करीबी के चलते हुई हो सकती है।
यह पहली बार नहीं है जब बिश्नोई गैंग ने किसी हाई-प्रोफाइल शख्सियत की हत्या की जिम्मेदारी ली हो। इससे पहले पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या भी इस गैंग द्वारा कराई जा चुकी है। बिश्नोई गैंग की पहुंच देश और विदेश में फैली हुई है, जिसमें 700 से अधिक शूटर शामिल होने की बात कही जाती है।
कॉलेज से अपराध की दुनिया तक का सफर
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुआ था और वह चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट पॉलिटिक्स में शामिल हुआ। इसी दौरान उसकी मुलाकात गोल्डी बराड़ से हुई, जो बाद में उसके साथ जरायम की दुनिया में कदम रखने का कारण बना। कॉलेज के दिनों से ही दोनों अपराधों में लिप्त हो गए और धीरे-धीरे लॉरेंस ने अपने गैंग का विस्तार किया। जेल जाने के बाद भी उसने गैंग को नियंत्रित रखा और कई बड़े गैंगस्टरों के साथ गठजोड़ किया।
गैंग के क्राइम नेटवर्क का विस्तार
लॉरेंस बिश्नोई गैंग अब पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर के साथ मुंबई में भी अपने पांव पसार रहा है। यह गैंग जबरन वसूली, सुपारी किलिंग और मादक पदार्थों की तस्करी जैसी संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या, गिप्पी ग्रेवाल के घर फायरिंग और करणी सेना अध्यक्ष गोगामेड़ी की हत्या जैसे मामलों में बिश्नोई गैंग का नाम सामने आ चुका है।
मुंबई में दाऊद गैंग से टकराव
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद माना जा रहा है कि बिश्नोई गैंग अब मुंबई में भी अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। मुंबई में पहले से ही दाऊद गैंग का दबदबा है, जिसे बिश्नोई गैंग अपना दुश्मन मानता है। पुलिस इस हत्या की जांच कर रही है और इस बात की संभावना पर भी गौर कर रही है कि कहीं यह गैंगवार का संकेत तो नहीं है।