सेक्टर-32 टैक्सी स्टैंड से दो हार्डकोर अपराधी डीसीसी गिरफ्तार, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद
चंडीगढ़ में नशे के कारण अपराधों में लिप्त दो अपराधियों की गिरफ्तारी से पुलिस को मिली बड़ी सफलता
By: Khushi Aggarwal
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सेक्टर-32 के टैक्सी स्टैंड पर हुई फायरिंग मामले में डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल ने दो हार्डकोर अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से एक देसी पिस्तौल, एक कट्टा और 5 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
विनोद राणा, चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़: सेक्टर-32 के टैक्सी स्टैंड पर हुई फायरिंग मामले में डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल (डीसीसी) ने दो हार्डकोर अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। इन अपराधियों के पास से एक देसी पिस्तौल, एक देसी कट्टा और कुल 5 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इन अपराधियों पर नशे की लत के चलते कई अपराधों में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने इस कार्रवाई से शहर में फैले अपराधियों के नेटवर्क पर एक बड़ा वार किया है। फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए चंडीगढ़ के एसएसपी कंवरदीप कौर द्वारा मामले में डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर जसमिंदर सिंह की अगवाई में स्पेशल टीम बनाई गई थी।
यह घटना 1 अक्टूबर 2024 की रात करीब 9 बजे की है, जब राजेश, जो आदर्श नगर, नया गांव मोहाली का निवासी है और सेक्टर-32 के टैक्सी स्टैंड पर टैक्सी चलाता है, अपने साथी रजत तिवारी, हनी भारद्वाज, आकाशदीप और तरुण के साथ मौजूद था। इसी दौरान सन्नी उर्फ पंडित और काली वहां आए और सन्नी ने राजेश से पैसों की मांग की। जब राजेश ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो सन्नी ने काली को राजेश पर हमला करने का निर्देश दिया। काली ने पिस्तौल निकालकर राजेश पर गोली चला दी, जिसमें एक गोली राजेश के हाथ पर और दूसरी गोली हनी भारद्वाज की गर्दन पर लगी। घटना के तुरंत बाद, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और सेक्टर-32 में हुई इस फायरिंग की वारदात को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की तलाश में टीमें बनाई गईं।
आरोपियों की गिरफ्तारी
4 अक्टूबर 2024 को पुलिस की विशेष टीम ने सेक्टर-32 टैक्सी स्टैंड के पास से दोनों आरोपियों को धर दबोचा। ये आरोपी नशे के आदि हैं और अपनी नशे की जरूरतों को पूरा करने के लिए चंडीगढ़ में अपराधों को अंजाम देते थे। पुलिस की इस कार्रवाई ने इलाके में फैले अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए हैं।
बरामदगी
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस, एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। ये आरोपी पहले भी कई गंभीर अपराधों में संलिप्त रह चुके हैं, और उनके आपराधिक रिकॉर्ड की लंबी फेहरिस्त है।
आपराधिक रिकॉर्ड
1. धीरज शर्मा: धीरज शर्मा पर पहले से 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, झगड़े और एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले शामिल हैं।
2. सुखविंदर सिंह उर्फ काली: सुखविंदर पर भी 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें एनडीपीएस एक्ट और झगड़े के मामले शामिल हैं।
फायरिंग घटना के पीछे के कारण
सन्नी उर्फ पंडित और काली, दोनों नशे के आदी हैं। वे अपने नशे की आदत को पूरा करने के लिए अपराध की राह पर चल पड़े। शहर में कई जगहों पर इनकी अपराधिक गतिविधियां पहले भी सामने आई हैं। इस फायरिंग घटना का मुख्य कारण पैसे की मांग को लेकर हुआ विवाद था, जिसने स्थिति को हिंसक रूप दे दिया।
पुलिस की कार्रवाई
चंडीगढ़ पुलिस ने फायरिंग मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी में तेजी दिखाई और पूरे शहर में जांच अभियान चलाया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने अपराधियों को ट्रैक किया और अंततः उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
Edited By: Khushi Aggarwal