पीसीआर स्टाफ ने दिखाई जिम्मेदारी, पीएस ईस्ट चौक पर गड्ढा भरकर नागरिकों को दिलाई राहत
एमसी ऑफिस में शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने पर पुलिस कर्मियों ने खुद संभाली जिम्मेदारी
By: Khushi
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चंडीगढ़ के पीएस ईस्ट चौक पर पिछले कई दिनों से मौजूद एक गड्ढे को पीसीआर स्टाफ ने खुद भरकर स्थानीय नागरिकों को राहत दी। नगर निगम द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर, पुलिसकर्मियों ने अपने हाथों से यह कार्य किया और दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया।
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ :
पीसीआर स्टाफ ने वीरवार को अपनी सतर्कता और जिम्मेदारी का परिचय देते हुए पीएस ईस्ट चौक पर मौजूद एक बड़े गड्ढे को भरकर आम नागरिकों को राहत दिलाई। यह गड्ढा पिछले कई दिनों से स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ था। करीब 10 से 15 दिन पहले पीसीआर की इकाई इको-28 के स्टाफ ने इसकी शिकायत नगर निगम कार्यालय और नियंत्रण कक्ष में दर्ज करवाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
आज सुबह एक युवती अपनी स्कूटी पर उस गड्ढे के पास से गुजरते समय दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बची। यह देखकर पीसीआर स्टाफ ने तुरंत इस समस्या को अपने हाथों से हल करने का निर्णय लिया। पंजाब विश्वविद्यालय में सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत ए.के. पांडे ने भी इस नेक काम में अपना योगदान दिया।
गड्ढे को भरने में पीसीआर स्टाफ का योगदान
पीसीआर इकाई के हेड कांस्टेबल राजेश कुमार और कांस्टेबल प्रदीप ने मिलकर गड्ढे को भरने का कार्य किया। उनके इस प्रयास से न केवल उस जगह पर आने-जाने वाले नागरिकों को राहत मिली, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना भी कम हो गई। स्थानीय लोग भी इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं और पुलिस कर्मियों के इस कदम को सराहनीय मान रहे हैं।
सार्वजनिक सुरक्षा के प्रति पीसीआर स्टाफ की प्रतिबद्धता
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि पुलिस न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल्कि आम लोगों की सुरक्षा और सुविधा के लिए भी हमेशा तत्पर रहती है। पीसीआर स्टाफ ने गड्ढे को भरकर लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की और नागरिकों में यह विश्वास जगाया कि पुलिस हमेशा उनकी सेवा के लिए तैयार है।
प्रमुख बिंदु:
पीएस ईस्ट चौक पर कई दिनों से गड्ढा था, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा था।
पीसीआर इकाई के स्टाफ ने 10-15 दिन पहले नगर निगम कार्यालय और नियंत्रण कक्ष में शिकायत दर्ज करवाई थी।
कार्रवाई न होने पर पुलिस कर्मियों ने स्वयं गड्ढा भरकर नागरिकों को राहत दी।
हेड कांस्टेबल राजेश कुमार, कांस्टेबल प्रदीप और सुरक्षा गार्ड ए.के. पांडे ने मिलकर यह काम किया।
स्थानीय लोग इस कार्य की सराहना कर रहे हैं।
Edited By: Khushi