चंडीगढ़ प्रशासन के सोलर पैनल आदेश पर संजय टंडन की आपत्ति
भाजपा नेता संजय टंडन ने प्रशासन के सोलर पैनल लगाने के आदेश और रेन वाटर हारवेस्टिंग की नीति को जनविरोधी और तानाशाही करार दिया
भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय टंडन ने चंडीगढ़ प्रशासन के सोलर पैनल लगाने के आदेश पर कड़ी आपत्ति जताई है, आरोप लगाते हुए कि यह जनहित में नहीं है और मनमानी तरीके से लागू किया जा रहा है। उन्होंने रेन वाटर हारवेस्टिंग को लेकर भी प्रशासन की नीति पर सवाल उठाए और कहा कि प्रशासन को जनहित में काम करना चाहिए, न कि तानाशाही फैसले लागू करने चाहिए।
चंडीगढ़, 18 सितंबर: चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा शहरवासियों को सोलर पैनल लगाने के आदेशों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय टंडन ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि यह फैसला जनहित में नहीं है और मनमानी तरीके से लागू किया जा रहा है। टंडन ने कहा कि मकान मालिकों को सोलर पैनल लगाने की अनिवार्यता पर नोटिस जारी करना और संपत्ति जब्त करने की चेतावनी देना पूरी तरह से गलत है। यह कदम प्रशासन की तानाशाही को दर्शाता है, जिससे शहरवासियों में गहरा रोष है।
टंडन ने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार को अवगत कराएंगे और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर चंडीगढ़ प्रशासन के जनविरोधी फैसलों की जानकारी देंगे। उन्होंने कहा, "यूटी प्रशासन शहरवासियों पर मनमाने फैसले न थोपे। प्रशासन को जनहित में काम करना चाहिए, न कि ऐसे फैसले लेना चाहिए जो जनता के खिलाफ हों।"
रेन वाटर हारवेस्टिंग पर भी आपत्ति
संजय टंडन ने सोलर पैनल के साथ-साथ रेन वाटर हारवेस्टिंग को लेकर भी प्रशासन के फैसले पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन को शहर के सीवरेज सिस्टम और पानी निकासी की व्यवस्थाओं को मजबूत करना चाहिए, बजाय इसके कि लोगों पर मनमाने और अव्यावहारिक फैसले थोपे जाएं। टंडन ने जोर देकर कहा कि जनविरोधी फैसलों से जनता में असंतोष बढ़ता है और प्रशासन को इन फैसलों पर पुनर्विचार करना चाहिए।
टंडन ने प्रशासन से तानाशाही फैसले वापस लेने का आग्रह किया और कहा कि प्रशासन को जनता के हित में सोचते हुए कदम उठाने चाहिए।