थैलेसीमिक चैरिटेबल ट्रस्ट और पीजीआईएमईआर द्वारा 304वां और 305वां रक्तदान शिविर सफलतापूर्वक आयोजित
बद्दी और चंडीगढ़ में रक्तदान शिविरों के दौरान 159 लोगों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान; अंगदान के लिए भी 24 लोग हुए पंजीकृत
थैलेसीमिक चैरिटेबल ट्रस्ट (TCT) और पीजीआईएमईआर के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग ने 15 और 17 सितंबर 2024 को हिमाचल प्रदेश के बद्दी और चंडीगढ़ में रक्तदान शिविर आयोजित किए। कुल 159 लोगों ने थैलेसीमिया और अन्य जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्तदान किया। साथ ही, 24 लोगों ने स्वैच्छिक अंगदान के लिए पंजीकरण कराया। इन शिविरों का उद्घाटन पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रो. (डॉ.) विवेक लाल और प्रो. (डॉ.) साधना लाल द्वारा किया गया।
चंडीगढ़: थैलेसीमिक चैरिटेबल ट्रस्ट (TCT) और पीजीआईएमईआर के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग ने 15 सितंबर 2024 को हिमाचल प्रदेश के बद्दी में 304वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का आयोजन नेहा मानव सेवा सोसाइटी, बिलासपुर (HP) के सहयोग से किया गया। रक्तदाताओं, पीजीआई स्टाफ और आम जनता के लिए पूरे दिन बिलासपुरी धाम का आयोजन भी किया गया। इस रक्तदान शिविर में पीजीआईएमईआर के क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (ROTTO) ने भी भाग लिया और 24 लोगों को स्वैच्छिक अंगदान के लिए पंजीकृत किया।
17 सितंबर 2024 को थैलेसीमिक चैरिटेबल ट्रस्ट ने ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के साथ मिलकर 'रक्तदान अमृत महोत्सव' के अभियान के तहत 305वां रक्तदान शिविर आयोजित किया। इस शिविर का उद्घाटन पीजीआईएमईआर के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) विवेक लाल और बाल रोग गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी विभाग की प्रमुख प्रोफेसर (डॉ.) साधना लाल ने किया। उन्होंने इस मौके पर रक्तदान भी किया। रक्तदान अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में केक कटिंग समारोह का आयोजन भी प्रोफेसर (डॉ.) साधना लाल की उपस्थिति में हुआ।
इन दोनों शिविरों में कुल 159 स्वैच्छिक रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। 15 सितंबर को 119 और 17 सितंबर को 40 लोगों ने रक्तदान किया। ये रक्तदान थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों के लिए था, जिन्हें हर 15-20 दिनों में नियमित रूप से रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है, साथ ही अन्य जरूरतमंद मरीजों के लिए भी। रक्तदाताओं को प्रमाणपत्र, बैज, उपहार और पौष्टिक भोजन देकर सम्मानित किया गया।
इस शिविर की सफलता का श्रेय ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग, पीजीआई की पूरी टीम और थैलेसीमिक चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्यों को जाता है। ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रोफेसर (डॉ.) आर.आर. शर्मा और टीसीटी के सदस्य सचिव श्री राजिंदर कालरा ने सभी रक्तदाताओं और उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया और स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व पर जोर दिया, जिससे जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सके।