पंजाब यूनिवर्सिटी के नॉन-टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन के चुनाव अब हर दो साल में होंगे
चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी के नॉन-टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन (पूसा) के चुनाव अब हर वर्ष नहीं, बल्कि हर दो साल में होंगे। सिंडीकेट की हालिया बैठक में यह फैसला लिया गया कि चुनाव अब एक साल के बजाय दो साल के कार्यकाल के लिए आयोजित किए जाएंगे। इस निर्णय के अनुसार, सत्र 2024 के चुनाव अब जनवरी 2025 में होंगे।
पहले पूसा का कार्यकाल केवल एक साल का होता था, लेकिन अब इसे दो साल का कर दिया गया है, जिससे एसोसिएशन को अपने काम के लिए अधिक समय मिलेगा। वर्तमान में पूसा के अध्यक्ष हनी ठाकुर और उनकी टीम संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं, और इस बदलाव के बाद उनके कार्यकाल में भी विस्तार हो गया है।
नॉन-टीचिंग स्टाफ के लंबित मुद्दे
कैंपस में करीब एक हजार नॉन-टीचिंग कर्मचारी हैं, जिनके मुद्दों पर पूसा काम करता है। इनमें नए घरों का निर्माण, पुराने घरों की मरम्मत, और सोलर सिस्टम लगाने जैसी परियोजनाएं शामिल हैं, जो अब तक लंबित हैं। साथ ही, बंद पड़ी कैंटीन और नए कर्मचारियों की भर्ती जैसे मुद्दे भी रुके हुए हैं।
जेसीएम की बैठक में देरी
नॉन-टीचिंग स्टाफ के मुद्दों को हल करने के लिए जेसीएम (ज्वाइंट कंसल्टेटिव मशीनरी) की बैठक बुलाई जाती है, लेकिन वर्ष 2024 में अब तक एक भी बैठक नहीं हो पाई है। पिछले तीन वर्षों में केवल तीन बैठकें हुई हैं, जिनमें डेली वेजर्स को नियमित करने पर चर्चा हुई थी, लेकिन यह प्रक्रिया अब भी पूरी नहीं हो सकी है।
नए कार्यकाल से काम करने की क्षमता में वृद्धि
पूसा के अध्यक्ष हनी ठाकुर का कहना है कि एक साल के कार्यकाल में एसोसिएशन के पास समय की कमी रहती थी। अब दो साल का कार्यकाल मिलने से कर्मचारियों के मुद्दों को बेहतर ढंग से सुलझाने के लिए अधिक समय मिलेगा, जिससे उनके काम करने की क्षमता में भी वृद्धि होगी।