चंडीगढ़ प्रशासन ने हाईकोर्ट रिकाॅर्ड्स के लिए 14,000 फीट जगह रेंट-फ्री उपलब्ध कराने की पेशकश की
चंडीगढ़: प्रशासन ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के रिकाॅर्ड्स को सुरक्षित रखने के लिए 14,000 वर्ग फीट की जगह रेंट-फ्री उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा है। यह जगह सेक्टर-17 और एलांते मॉल के निकट दी जा सकती है। यह पहल हाईकोर्ट द्वारा रिकॉर्ड्स की जगह की कमी के मुद्दे पर हस्तक्षेप के बाद की गई है, जिसमें हाईकोर्ट इंप्लाई यूनियन के सचिव विनोद धतरवाल ने बताया था कि रिकाॅर्ड्स के अत्यधिक बढ़ने से कोर्ट परिसर में बैठने की भी जगह नहीं बची है।
हाईकोर्ट ने प्रशासन को निर्देश दिया था कि वह रिकाॅर्ड रूम और प्रशासनिक ब्रांच के लिए उपयुक्त स्थान मुहैया कराए। प्रशासन ने सारंगपुर में 15 एकड़ भूमि पर नई बिल्डिंग बनने तक रिकाॅर्ड्स के लिए अस्थायी रूप से यह स्थान मांगा था।
पार्किंग की समस्या पर भी हुआ मंथन
इसके अलावा, हाईकोर्ट परिसर में पार्किंग की समस्या को लेकर भी दो घंटे की सुनवाई के दौरान मंथन हुआ। इस बैठक में प्रशासन के शीर्ष अधिकारी, एडवाइजर, चीफ इंजीनियर, चीफ कंजर्वेटर और चीफ आर्किटेक्ट वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ऑनलाइन कोर्ट में उपस्थित रहे। कोर्ट को बताया गया कि एमएलए हॉस्टल के पास हाईकोर्ट के लिए बनाई जा रही पार्किंग लगभग तैयार है। हालांकि, लगातार बारिश के कारण कुछ काम बकाया है, जिसके लिए प्रशासन ने अतिरिक्त समय की मांग की है।
हाईकोर्ट ने रॉकगार्डन के पिछले गेट के पास की भूमि के इस्तेमाल के लिए चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट से मंजूरी देने को कहा है, ताकि इस भूमि का उचित उपयोग किया जा सके।
ड्रोन सर्वे और मैनुअल सर्वे की रिपोर्ट का इंतजार
हाईकोर्ट बिल्डिंग की वर्तमान स्थिति और भार उठाने की क्षमता की जांच के लिए आईआईटी रुड़की द्वारा किए गए ड्रोन सर्वे की रिपोर्ट अभी तक तैयार नहीं हुई है। साथ ही, सुखना कैचमेंट एरिया को लेकर सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा किया जा रहा मैनुअल सर्वे भी अभी पूरा नहीं हुआ है। इन रिपोर्ट्स के आने के बाद ही हाईकोर्ट बिल्डिंग की वर्तमान स्थिति का आकलन किया जा सकेगा।