पंचकूला गुरुद्वारा गायों की मौत मामले में दो वेटरनरी डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज
इंजेक्शन के बाद तीन गायों की मौत और दर्जन भर बीमार, जांच रिपोर्ट का इंतजार
पंचकूला के एमडीसी थाना क्षेत्र में गुरुद्वारा साहिब की शिकायत पर दो वेटरनरी डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें इंजेक्शन के बाद तीन गायों की मौत और अन्य गायों के बीमार होने का आरोप है।
पंचकूला, एमडीसी थाना क्षेत्र में कोहनी साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन की शिकायत पर दो वेटरनरी डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला जनवरी में तब शुरू हुआ जब गुरुद्वारा साहिब में रखी 30 गायों को एफएमडी (खुरपका-मुंहपका) बीमारी से बचाने के लिए इंजेक्शन लगाए गए थे। आरोप है कि इन इंजेक्शनों के बाद तीन गायों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक गायें बीमार हो गईं। गुरुद्वारा प्रबंधन ने दावा किया है कि इंजेक्शन से पहले सभी गायें पूरी तरह स्वस्थ थीं और नियमित रूप से दूध दे रही थीं।
इंजेक्शन के बाद बिगड़ी गायों की हालत
गुरुद्वारा प्रबंधन के करनबीर सिंह ने बताया कि जनवरी में हरियाणा पशुपालन विभाग की टीम ने गायों को एफएमडी से बचाव के लिए इंजेक्शन लगाए थे। डॉक्टर संगीता और जय भगवान ने यह काम किया था। करनबीर के अनुसार, इंजेक्शन लगने के बाद कुछ गायों ने दूध देना बंद कर दिया, जबकि तीन गायों की मौत हो गई और कई अन्य गायें गंभीर रूप से बीमार हो गईं।
नियमों की अनदेखी का आरोप
गुरुद्वारा प्रबंधन का आरोप है कि इंजेक्शन लगाते समय जरूरी सावधानियों का पालन नहीं किया गया। इंजेक्शन को ठंडा रखने के लिए आवश्यक बर्फ की व्यवस्था नहीं की गई, जिससे इंजेक्शन का प्रभाव कमजोर हो गया और पशुओं की स्थिति बिगड़ने लगी। प्रबंधन ने बताया कि गायों के इलाज पर लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद कई गायों के अंग अभी भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं।
जांच रिपोर्ट का इंतजार
घटना की जानकारी मिलने के बाद पशुपालन विभाग ने गायों का पोस्टमार्टम करवाया और जांच शुरू की। हालांकि, गुरुद्वारा प्रबंधन का आरोप है कि एसडीओ स्तर पर जांच रिपोर्ट को दबाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है, लेकिन सच्चाई का पता जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही चलेगा।
एफएमडी अलर्ट के बाद की गई थी कार्रवाई
हरियाणा वैटर्नरी विभाग को जनवरी में एफएमडी बीमारी के फैलने को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। इस बीमारी से बचाव के लिए विभाग की टीमों ने विभिन्न स्थानों पर जाकर पशुओं को टीके लगाए। इसी क्रम में कोहनी साहिब गुरुद्वारा साहिब में भी यह इंजेक्शन लगाए गए थे, जिनके बाद गायों की स्थिति गंभीर हो गई। अब सबकी नजरें विभागीय जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो मामले की सच्चाई को उजागर करेगी।