अरविंद केजरीवाल ने 'जनता की अदालत' में 10 साल के काम का दिया ब्यौरा
मनीष सिसोदिया की जमकर तारीफ, बीजेपी पर किया तीखा हमला
जंतर-मंतर पर 'जनता की अदालत' में अरविंद केजरीवाल ने आप सरकार के 10 साल के कामकाज की जानकारी दी और मनीष सिसोदिया की शिक्षा में योगदान की सराहना करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार (22 सितंबर) को जंतर-मंतर पर आयोजित 'जनता की अदालत' में दिल्ली की जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के 10 साल के कार्यकाल का विस्तृत ब्यौरा दिया और साथ ही कई अहम मुद्दों पर बात की।
अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान अपने पुराने सहयोगी और आप नेता मनीष सिसोदिया की शिक्षा क्षेत्र में किए गए योगदान की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "मनीष सिसोदिया ने देश के गरीब बच्चों को शिक्षा दिलाने का काम किया, जो 75 सालों में किसी ने नहीं किया था। गरीब रिक्शे वाले और सब्जी बेचने वाले लोगों के बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ाने का सपना साकार किया। लेकिन, ऐसे व्यक्ति को बीजेपी ने दो साल के लिए जेल भेज दिया।"
केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया का जीवन देश के बच्चों के भविष्य के लिए समर्पित है। "उनके जेल में रहने से देश का समय बर्बाद हो रहा है। अगर वह बाहर होते तो न जाने कितने और स्कूल बन जाते, और कितने बच्चों की जिंदगी बदल जाती," उन्होंने कहा।
इसके साथ ही, केजरीवाल ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ईमानदारी से काम किया है, जिसमें बिजली और पानी मुफ्त दिया गया, और शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया गया। इसी कारण, बीजेपी ने उन्हें और मनीष सिसोदिया को जेल भेजने की साजिश रची।
केजरीवाल ने कहा, "मैंने अपनी जिंदगी में सिर्फ इज्जत कमाई है, सत्ता का लालच या सीएम की कुर्सी की भूख नहीं है। मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने नहीं आया था।" उन्होंने कहा कि अब जब उन्होंने इस्तीफा दिया है, तो जल्द ही मुख्यमंत्री आवास भी छोड़ देंगे, और उनके पास अब रहने के लिए कोई घर नहीं है।
इस मौके पर 'जनता की अदालत' में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, संगठन मंत्री संदीप पाठक, विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला, और विधायक दुर्गेश पाठक भी मौजूद थे।