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गरीब बच्ची की फ्रेंच फ्राई
पंजाब 

भगवंत मान ने सुनाई सरकारी स्‍कूल की जो कहानी, क्‍या आपको भी लगी होगी अपनी जैसी, सच में बच्‍चे पर होता है इतना प्रेशर?

भगवंत मान ने सुनाई सरकारी स्‍कूल की जो कहानी, क्‍या आपको भी लगी होगी अपनी जैसी, सच में बच्‍चे पर होता है इतना प्रेशर? पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने न्यूज़18 के चौपाल कार्यक्रम में अपने चिरपरिचित व्यंग्यात्मक अंदाज़ में सरकारी स्कूलों की शिक्षा और निजी स्कूलों के नेताओं के बीच अंतर पर तंज कसा। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों से पढ़े छात्रों की पर्सनालिटी बेहतर विकसित होती है, क्योंकि उन्हें रोज़मर्रा के कई छोटे-बड़े फैसले खुद लेने होते हैं। मान ने चुटकी लेते हुए कहा कि सरकारी स्कूल के बच्चों को यह तय करना होता है कि स्कूल जाना है या नहीं, वहां आधे दिन रुकना है या पूरा दिन, और यहां तक कि छुट्टी के बाद लड़ाई किससे करनी है। मान ने निजी स्कूलों से पढ़े नेताओं जैसे सुखबीर बादल और राहुल गांधी पर भी निशाना साधा, जिन्हें उन्होंने 'कान्वेंट के पढ़े' और 'जमीन से कटे' बताया। उनके अनुसार, इन नेताओं का ज़मीनी मसलों और किसानों की समस्याओं से सीधा जुड़ाव नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़े छात्र ज़्यादा व्यावहारिक और ज़मीन से जुड़े होते हैं, जबकि निजी स्कूलों से पढ़े नेता इन जमीनी मसलों को सही से नहीं समझ पाते। मुख्यमंत्री मान ने ये स्थापित करने की कोशिश की कि ऐसे नेता, जो गांवों और सरकारी स्कूलों में पढ़कर बड़े हुए हैं, आम जनता और ग्रामीण समस्याओं को बेहतर समझते हैं। हालांकि, उन्होंने बादल परिवार के साथ-साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी, यह दर्शाते हुए कि पंजाब की राजनीति में उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी हैं, भले ही वे राष्ट्रीय स्तर पर एक ही गठबंधन का हिस्सा हों।
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