Chandigarh Morning Headline 01-08-2024 || आज की खास सुर्खियां
बेसमेंट में चल रहे अवैध कोचिंग सेंटर भरत अग्रवाल,चंडीगढ़ दिनभर।
कोचिंग सेंटर माफिया के बढ़ते मकड़ जाल पर चंडीगढ़
प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है । लाखों रुपए खर्च करने के
बाद भी कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले वालों की सुरक्षा की
गारंटी जीरो है। शहर में नियमों को ताक पर रखकर
कोचिंग सेंटर के संचालक बेसमेंट में क्लास लगा रहे है।
इतना ही नही, कुछ कोचिंग सेंटर के संचालक बेसमेंट में
लाइब्रेरी तक चला रहे हैं । चंडीगढ़ में एक या दो नहीं बल्कि
दर्जनों की संख्या में कोचिंग सेंटर ऐसा कर रहे हैं । इसमें
कई बड़े नामी कोचिंग सेंटर भी शामिल है । इन संचालकों
को अपनी कमाई के आगे , ना तो नियम कायदे से फर्क पड़ता है
और ना ही बच्चों की सेहत की चिंता है । बता दें कि दिल्ली के ओल्ड
राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक
बारिश का पानी घुस जाने से चार घंटे से अधिक समय तक
फंसे रहने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी। चंडीगढ़ में सबसे
ज्यादा कोचिंग सेंटर सेक्टर 34 व 17 की बेसमेंट में हैं। इन
कोचिंग सेंटर में एक समय में करीब 100 छात्र मौजूद
रहते है। अगर कोई हादसा होता है तो वहां से
सुरक्षित निकलना बेहद मुश्किल होगा।
आज चाहे स्कूल हो, कॉलेज हो या सरकारी परीक्षा की
तैयारी, सभी को एक अच्छे कोचिंग की तलाश हमेशा रहती है।
जिससे की वह परीक्षा में अच्छे नंबर ला सकें। वे अच्छे नंबर ही
हैं जिन्होंने कोचिंग्स को फलने- फूलने में बहुत मदद की है। आज
हर जगह कोचिंग क्लासेज दिख ही जाती हैं। जहाँ बच्चों की भरमार
होती है। जितनी अच्छी शिक्षा व्यवस्था होती है उतने ही ज्यादा उस
कोचिंग में बच्चे होते हैं।
कहां बना सकते हैं बेसमेंट
नियम अनुसार अगर किसी जगह का क्षेत्रफल 100 मीटर है
और आवासीय व गैर आवासीय श्रेणी में आता है तो यहां
बेसमेंट नहीं बनाई जा सकता। हालांकि अगर कार्यालय
व्यावसायिक श्रेणी में है तो प्लांट एरिया में जितना कवर्ड
एरिया होगा, उसके 50 प्रतिशत भाग में बेसमेंट का निर्माण
किया जा सकता है । वहीं 100 वर्ग मीटर से 500 वर्ग मीटर तक
के प्लांट में कवर्ड एरिया तक का बेसमेंट बनाया जा सकता
है।