
मोहाली। रतन ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस, सेक्टर-78 में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास पंजाब प्रान्त और रतन गु्रप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस मोहाली के संयुक्त तत्वावधान में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति से आत्मनिर्भर भारत विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘ज्ञानोत्सव-202 का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के पहले दिन स्कूली शिक्षा पर चर्चा की गई, जबकि दूसरा दिन उच्च शिक्षा को समर्पित रहा। मुख्य अतिथि पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्र. तिवारी थे। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. हरमोहिंदर सिंह बेदी व पूर्व कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री, पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी जालंधर के कुलसचिव डॉ. एस.के. मिश्रा, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के दक्षिण भारत के संयोजक श्री ए विनोद, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के उत्तरी क्षेत्र के संयोजक भाई जगराम खास मेहमान थे।
पंजाब राज्य के विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से कुलपतियों, निदेशकों, प्रिंसिपल समेत छह सौ के करीब लोगो ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने विभिन्न विशेषज्ञों के विचार सुने और सम्बंधित मुद्दों पर प्रश्न पूछते हुए अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। प्रो. राघवेन्द्र तिवारी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाने के विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुए इस नवीन शिक्षा नीति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा विद्यार्थियो को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन से मिलने वाले विकल्पों का लाभ उठाना चाहिए। डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री मातृभाषा के विकास विषय पर बोलते हुए मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डाला।