चंडीगढ़ दिनभर

लंदन। अफगानिस्तानी सिख युवक 16 वर्षीय रिषमीत सिंह के नाबालिग हत्यारों को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। इन दोनों ने 2021 में वेस्ट लंदन के साउथहॉल में रिषमीत को विरोधी गैंग का सदस्य समझकर 15 बार चाकुओं से गोद दिया था। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। आरोपियों को पुलिस ने गिर तार कर लिया था। दोनों हत्यारे वनुषान बालाकृष्णन और इलियास सुलेमान अब बालिग हो चुके हैं। बालाकृष्णन को 24 साल और सुलेमान को 21 साल की सजा सुनाई है। जानकारी के अनुसार तालिबान ने रिषमीत के पिता की हत्या कर दी थी, जिसके बाद वो और उसकी मां और दादी के साथ अफगानिस्तान छोड़कर लंदन चले गए थे। ब्रिटेन में तीनों को शरणार्थी कैंपों में भी रहना पड़ा था।

जज साराह मुनरो ने सजा सुनाते हुए कहा कि जितना समय ये दोनों जेल में काट चुके हैं, उसे कुल सजा में से घटाया जाएगा लेकिन दोनों हत्यारों को सजा के दौरान किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलेगी। पुलिस ने बताया कि जब दोनों की गिर तारी के समय एक डायरी मिली थी जिसमें उन्होंने हत्या को लेकर एक गाना लिखा था। वहीं सोशल मीडिया पर उन्होंने खून से सने चाकू को भी पोस्ट किया था। जज ने कहा कि दोनों शातिर अपराधी हैं जिन्होंने एक मासूम की हत्या की है।

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