यूटी में 20 साल से कोई नहीं है नियमितिकरण पॉलिसी

चंडीगढ़

चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग (स्कूल्स) में सैकड़ों गैस्ट/कांट्रैक्ट तथा सर्व शिक्षा अभियान, एसटीटी, सीआरसी व यूआरसी शिक्षक जो स्वीकृत पदों या आस्वीकृत पदों पर नियमित शिक्षकों की भांति सभी नियमों का पालन कर भर्ती किए गए हैं। 

सभी वर्गों के शिक्षकों ने 10 मई  2023 को ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले की गई कन्वेंशन में जायज मांगों की पूर्ति न होने पर शासन व प्रशासन को लताड़ा। शिक्षकों का आरोप है कि 12 से 22 सालों से ये शिक्षक शहर के सरकारी विद्यालयों में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन आज तक यूटी प्रशासन ने नौकरी की सुरक्षा के लिए न कोई सुरक्षित नीति बनाई है और ना इन्हें नियमित किया गया है। अब शिक्षा विभाग आने वाले कुछ दिनों में केंद्रीय नियमों की आड़ में नियमित शिक्षकों की भर्तियां करने जा रहा,  जिससे शिक्षा विभाग में कार्यरत 500 गेस्ट/कॉन्ट्रैक्ट शिक्षकों को नौकरी जाने का भय सता रहा है। वहीं सर्व शिक्षा अभियान में भी पदों का सृजन कर इनको नियमित नहीं किया जा रहा है तथा सीआरसी व यूआरसी शिक्षकों को टी जी टी स्केल नहीं दिया जा रहा है और न ही एसटीटी शिक्षकों की सैलरी बढ़ाई जा रही है। 

बता दें कि ये शिक्षक पिछले 12 से 22 सालों शिक्षा विभाग में अपनी सेवा दे रहें हैं। ये शिक्षक नियमित शिक्षकों की भांति ही पूर्ण प्रक्रिया के तहत भर्ती किए गए है अब शिक्षा विभाग नई भर्तियों के नाम पर पुराने शिक्षकों  को निकालकर उनकी जगह नई भर्तियां की तैयारी कर रहा है। इन शिक्षकों ने  शासन व प्रशासन से नौकरी की सुरक्षा व अन्य सुविधाओं की मांग की। 
इस कन्वेंशन में शिक्षा विभाग से ज्वाइंट एक्शन कमेटी आफ कमेटी आफ टीचर्स के बैनर तले सैकड़ों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस रोष प्रदर्शन में  रणबीर राणा, सविंदर सिंह , भाग सिंह, खुशाली शर्मा, दिनेश पटिआल, केशर सिंह, राजिंदर कुमार शिव मूरत, गुरप्रीत कौर, धर्मवीर सिंह इत्यादि ने संबोधित किया। 

ज्वाइंट एक्शन कमेटी का यह मानना है कि यहां सरकारें और प्रशासन शिक्षको को बेरोजगार कर सड़कों पर बिठाने की सोच रखती हों वहां  सिर्फ चुनावी वादों में औपचारिकता करने का कोई फायदा नही हालांकि मौजूदा सांसद किरण खेर  ने दो बार अपने चुनावी एजेंडे में कांट्रैक्ट इम्प्लाइज को पक्का करने का वादा भी किया था । परन्तु चंडीगढ़ प्रशासन ने इस पर कोई सकारात्मक कदम अभी तक नहीं उठाया है । दूसरी ओर म्युनिसिपल कारपोरेशन चंडीगढ़ में भी उमा देवी के सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देश के आधार पर हाउस में कांट्रैक्ट इम्प्लाइज को पक्का करने का एजेंडा भी पास करने के बावजूद चंडीगढ़ की अफसर शाही ने मंजूरी नहीं दी है और परसोनल विभाग ने भी पंजाब की नियमतिकरण पालिसी चंडीगढ़ में लागू करने का लिखित में आश्वासन दिया था परन्तु चंडीगढ़ में केंद्र रूल लागू होने से वह भी ठंडे बस्ते में पड़ता दिखाई दे रहा है । ूसरा ज्वलित मुद्दा केंद्रीय सर्विस रुल में डेपुटेशन का कोई प्रावधान नही होना रहा। 

गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के प्रधान शिवमूरत ने बताया कि शिक्षा विभाग में पहले भी कई बार शिक्षकों की भर्तियां की गई पर हर बार नई पोस्ट को स्वीकृत करवा कर सिर्फ उन्ही पोस्टों पर ही भर्तियां की गई जो कि खाली हो । परन्तु विभाग पहली बार ऐसा करने जा रहा है कि नियमित पालिसी के अभाव में इतने परिवारों को उजाड़ने से पहले विभाग और प्रशासन को पुन: विचार करना चहिए ऐसा ना करने पर जल्द गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन चंडीगढ़ के विभिन्न यूनियन के साथ मिलकर बड़ा प्रर्दशन करने को मजबूर होगी। ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ टीचर्स के महासचिव रणवीर सिंह राणा ने विभाग को कड़ी चेतावनी दी है अगर एक भी शिक्षक भर्तियों से प्रभावित हुआ तो चंडीगढ़ के सभी स्कूलों को बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।

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