
चंडीगढ़ दिनभर
कुरूक्षेत्र। जिला प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान पलवल कुरुक्षेत्र में ई-अधिगम योजना के अन्तर्गत सभी मास्टर ट्रेनर को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें ई-अधिगम के संबंध में विभाग द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों व अध्यापकों को प्रशिक्षित करने हेतु तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। इस प्रशिक्षण में जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर अध्यापक तक सभी संबंधों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी नंदन लोंधे व डाइट के प्रिंसिपल प्रेम सिंह पूनिया ने मास्ट्रर ट्रेनर को संबोधित किया। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी नंदन लोंधे ने कहा कि डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है। सरकार ई-अधिगम योजना के तहत विद्यार्थियों व अध्यापकों को दिए गए टैबलेट के प्रयोग को लेकर शिक्षा निदेशालय की ओर से निर्देश जारी हुए हैं, जिसमें डीईओ से लेकर छात्र तक सभी की भूमिका व दायित्व बताए गए है, जिनका उन्हें पालना करना है। इन निर्देशों में जिला शिक्षा अधिकारी, जिला गणित विशेषज्ञ, डिलिवरी नोडल अधिकारी, बीईओ,प्रिंसिपल, शिक्षक व छात्र शामिल है। सभी को निर्देश है कि टैबलेट का उपयोग हर सप्ताह शत-प्रतिशत होना चाहिए।
टैबलेट के उपयोग को लेकर जिला गणित विशेषज्ञ विजय कुमार को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि स्कूल में जाकर भी जांच करनी है कि उस स्कूल में शिक्षक व विद्यार्थी टैबलेट का उपयोग कितना कर रहे है। इतना ही नहीं यह भी जानकारी अवसर पोर्टल पर अपलोड भी करनी है। जिले में कक्षा 10वीं से बारहवीं के विद्यार्थियों को टैबलेट दिए गए हैं। जिला प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान पलवल कुरुक्षेत्र के प्रिंसिपल प्रेम सिंह पुनिया ने कहा कि शिक्षा निदेशालय की ओर से निर्देश जारी है कि कक्षा में जो भी विद्यार्थी निर्धारित समय के अनुसार टैबलेट का प्रयोग करता है तो कक्षा में शिक्षक उसे प्रोत्साहित करेंगें और उसकी सराहना भी करेंगे ताकि दूसरे विद्यार्थी भी उसे देखकर टैबलेट का उपयोग करें।