
ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने सरकार की वादाखिलाफी और बेगारीप्रधा के खिलाफ जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
भिवानी। भिवानी जिले के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर पंचायत निदेशक के नाम का काम करते हुए इसका प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता केंद्रीय उपप्रधान सुमित सिंह ने ऑपरेशन सतबीर सिंह ने किया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के सीटू जिला प्रधान कामरेड राममेहर सिंह, पूर्व कर्मचारी नेता हीनदेव सिंह ने संदेश दिया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का मार्च माह का वेतन नहीं किया जा रहा अप्रैल माह बच्चों के लिए अनाज लेने वाले जैसे कई । इस तरह का खर्चा महीना है सरकार पेंशन रोककर कर्मचारियों के साथ शोषण जैसा व्यवहार कर रही है जो बिल्कुल बर्दाशात नहीं किया जाएगा।
जुलाई 2020 से उनके पीएफ से ई आधार घटाया जा रहा है। केंद्रीय नेता सुमित सिंह सतबीर सिंह ने बताया कि 23 जनवरी 2023 को चंडीगढ़ सरकार के साथ मिलकर सफाई कर्मचारियों की एक जैसी पर बातचीत करते हुए कुछ अलग सहमति बनी थी जो अभी तक लागू नहीं हुई है जबकि सफाई कर्मचारी सबसे निचले अधिकारी गंदगी करते हैं स्पष्ट करके अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं। 16 साल से वे मांदेय पर चढ़ाए गए। 2018 में सफाई कर्मचारियों को एक समान वेतन 8100 रुपए मिलता है लेकिन बीजेपी सरकार ने शहरी सफाई कर्मचारियों और ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतन में 3000 रु तक का अंतर कर दिया है जबकि ग्रामीण सफाई कर्मचारी दो हजार की आबादी पर तथा शहरी सफाई कर्मचारी 400 पर एक सफाई कर्मचारी प्रतिबंधित है। हम मांगते हैं समान काम के समान वेतन लागू करना और नई स्थिति में रहने वाले सफाई कर्मियों को नियमित करना चाहिए। सरकार का यह भी मानना है कि 1996 से बने हुए किसी भी महकमे की सफाई के कर्मचारियों को पक्का नहीं किया गया। वहीं बीजेपी की सरकार सफाई कर्मचारियों को नियमित नहीं करना चाहती। इन चिह्न को लागू करने के लिए सभी सफाई कर्मचारियों को एक मंच पर आने की आवश्यकता है।