
- किसान महापंचायत : करनाल शहर में कर्फ्यू जैसे हालात, हर हलचल पर पुलिस की नजर
विजय कंबोज करनाल
करनाल स्थित अनाज मंडी में किसान महापंचायत के बाद हजारों की संख्या में किसान लघु सचिवालय का घेराव करने के लिए नमस्ते चौक से होते हुए लघु सचिवालय के गेट पर पहुंचे और वहीं पर डेरा जमा लिया है। किसानों ने कहा कि वह शांतिपूर्ण ढंग से विरोध जताएंगे। अगर हमें गिरफ्तार किया गया तो हम भी तैयार हैं। इस दौरान पुलिस बल ने किसानों नमस्ते चौक पर रोका भी था। लेकिन किसान नहीं माने और सीधे लघु सचिवालय के गेट पर पहुंचे। जानकारी के अनुसार नमस्ते चौक से लघु सचिवालय की दूरी लगभग 5 किलोमीटर है और देरशाम तक जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा । किसानों का कहना है कि हम गिरफ्तारी देने आए हैं। वहीं, करनाल के डीसी और एसपी भी किसानों से बातचीत कर रहे हैं। किसानों के गिरफ्तारी के लिए बसें भी लाई गई।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, करनाल में सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही। या खट्टर सरकार मांग माने या हमें गिरफ्तार करे। हम हरियाणा की जेलें भरने को भी तैयार हैं। जानकारी के अनुसार मेरठ रोड पर कुछ किसानों को गिरफ्तार किया गया। लघु सचिवालय के दोनों गेटों को बंद कर दिया गया है। गेट के अंदर सीआरपीएफ की बटालियन तैनात है। वहीं बाहर की तरफ आइटीपीबी, सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस की बटालियन तैनात की गई है। वहीं, लघु सचिवालय से आगे मोड़ पर आरपीएफ है। सभी को अलर्ट रहने के आदेश दे दिए गए। इसके अलावा दंगा नियंत्रण वाहन, आंसू गैस, वाटर कैनन वाहन के साथ सुरक्षा बल अलर्ट है। तीन दौर की वार्ता विफल होने के बाद 4.20 बजे किसानों ने लघु सचिवालय की तरफ कूच किया। दो किलोमीटर तक किसानों की भीड़ नाकों को तोड़ती हुई निकली। अभी तक लाठीचार्ज को लेकर बचाव किया गया है। किसान नेताओं का पुलिस का विरोध न कर गिरफ्तारी देने की अपील है। 11 सदस्यीय कमेटी ने महापंंचायत स्थल में पहुंचकर बैठक की। लघु सचिवालय घेराव किया गया जहा पर सुरक्षा बलों के वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। हिरासत में लिए गए किसानों को छोड़ा गया। किसान अपने नेताओं के साथ लघु सचिवालय के गेट धरना लगा बैठ गए।